क्या होती है वर्चुअल रैम और यह कैसे काम करती है? इसका क्या उपयोग है और इसकी जरुरत क्यों पड़ी ?
यह सवाल आपके दिमाग में कई बार आयी होगी और सायद यह बात भी आपके दिमाग में आयी होगी की इससे हमारे डिवाइस पर क्या प्रभाव पड़ेगा और इससे कोई नुकसान तो नहीं होगा।
इस आर्टिकल में आपको इन सभी बातों का पता चल जायेगा। तो इस पोस्ट को पूरा पढ़े और अपने दिमाग की सभी दुविधा को दूर करें।
Table Of Content
- वर्चुअल रैम क्या होती है ?
- क्यों जरुरी है वर्चुअल रैम ?
- कैसे काम करता वर्चुअल रैम ?
- पुराने मोबाइल में कैसे बनायें वर्चुअल रैम ?
- इसके फायदे
- इसके नुक्सान
वर्चुअल रैम क्या होती है ?
वर्चुअल रैम के बारे में जानने से पहले आपको यह बात पता होनी जरूरी है की रैम क्या होती है?
रैम एक प्राइमरी स्टोरेज डिवाइस है जो हमारे उपकरण को प्रोसेस करने में मदद करती है.
रैम का पूरा नाम "रैंडम एक्सेस मेमोरी" है इसके नाम से ही यह पता चलता है कि इस स्टोरेज डिवाइस को निरंतर एक्सेस किया जाता है जिससे की कुछ समय तक इसमें अस्थायी रूप से डाटा को स्टोर किया जा सके और उपयोग में लाया जा सके
अब बात करते है की वर्चुअल रैम क्या होती है---
वर्चुअल रैम नाम से ही स्पष्ट है की यह एक प्रकार का ऐसा रैम है जो की उपयोक्ता के जरुरत के समय सेकण्डरी स्टोरेज डिवाइस से अपने जरुरत के हिसाब से मेमोरी का कुछ हिस्सा को रैम के तरह यूज करता है तो उस हिस्से को वर्चुअल रैम कहते है
क्यों जरुरी है वर्चुअल रैम ?
पुराने समय में देखा जाये तो रैम को लोग ज्यादा अहमियत नहीं देते थे लेकिन समय के साथ साथ सब कुछ बदलता गया और अब ऐसा समय आ गया है की लोग काम रैम वाले फ़ोन को बिलकुल पसंद नहीं करते हैं क्युकी ज्यादातर लोग यह जानते है की यदि मोबाइल में काम रैम होगी तो फ़ोन परफॉरमेंस बहुत ही गिर जाएगी और कोई भी जरूरी टास्क को है करना बहुत ही मुश्किल हो जाएगी
लेकिन अब जब 12 GB से 16 GB रैम तक के मोबाइल मार्किट में मौजूद है तो भी हमें इसकी जरुरत क्यों पड़ रही है? इस सवाल का उतर यह है की समय के साथ न तो सिर्फ हमारे मोबाइल में बदलाव किया गया बल्कि सॉफ्टवेयर में भी बदलाव किया जा रहा है इस कारण 12 GB रैम भी अब हमारे मोबाइल डिवाइस में काम पड़ने लगी है इसलिए अब सॉफ्टवेयर अपडेट के जरिये हमें हमारे मोबाइल में यह सुविधा दी जा रही है
कैसे काम करता वर्चुअल रैम ?
वर्चुअल रैम कैसे काम करती है यह जानने के लिए हमें पहले यह जानना जरूरी है की हमारे मोबाइल में जो एक्चुअल रैम है वह कैसे काम करती है
देखा जाये तो सीधे तौर पर हम हमारे मोबाइल में हम जो भी वर्क करते है या कोई भी प्रोसेस करते है जैसे :- वेब ब्राउज़ करना , टेम्पररी फाइल खोलना इत्यादि काम हमारे रैम में होते है और जैसे की जब हम बहुत भरी भरकम एप्प्स या फिर हेवी गेम्स खेलते है तो जो रैम हमारे फ़ोन में मौजूद है वह कम लगने लगाती है और जो काम हम कर है उसमे रूकावट आने लगती है जैसे की डिवाइस का हैंग होना या लैग होगा ऐसी परेशानी का सामना करना पड़ता है ऐसे में अगर हमें अपने डिवाइस की परफॉर्मेंस को बढ़ाना है तो हमें इस वर्चुअल रैम की बहुत जरुरत पड़ती है और फिर हम जब कोई गेम खेलते है तो रैम के कम होने पर हमारी ROM का कुछ हिस्सा हमारे मोबाइल में सेकण्डरी रैम के जैसे काम में लिया जाता है जिसको हम वर्चुअल रैम कहते है.
पुराने मोबाइल में कैसे बनायें वर्चुअल रैम ?
वर्चुअल राम अब आप अपने मोबाइल में यूज कर सकते हैं लेकिन इसकी भी कुछ सीमाएं हैं यदि आपके पास नया मोबाइल है तो आपको ज्यादा फिक्र करने की जरूरत नहीं है आपको ओटीए अपडेट के जरिए अपने मोबाइल पर प्राप्त हो जाएगा लेकिन यदि आपका मोबाइल बहुत ही पुराना है और आप उस पर virtual Ram का उपयोग करना चाहते हैं तो आपको अपना मोबाइल रूट करना पड़ेगा और रूट करने के बाद आपको एक एप्लीकेशन डाउनलोड करनी पड़ेगी जो आपको प्ले स्टोर में मिल जाएगी
उसकी लिंक मैं आपको यहां दे रहा हूं
ROOTED CLICK HERE
NON-ROOTED CLICK HERE
यह जो इस एप्लीकेशन को आप नॉन रूटेड डिवाइस में भी उपयोग में ला सकते हैं लेकिन नॉन रूटेड फोन में इतने अच्छे से काम नहीं करेगा जितना कि रूटेड फोन में काम करता है यह दो यह दो अलग-अलग एप्लीकेशन है जो एक रूटेड फोन के लिए है और दूसरा नॉन रूटेड फोन के लिए है
इसके फायदे
वर्चुअल गेम के बारे में आप जान सकते हैं कि यह क्या होती है कैसे काम करती है और आप अपने मोबाइल फोन पर इसको कैसे प्राप्त कर सकते हैं लेकिन आ हम इसके कुछ फायदों के बारे में जानेंगे जो कि अब मैं आपको आगे बता रहा हूं तो ध्यान से पढ़िए-
- आपका मोबाइल अब पहले की तुलना में ज्यादा तेज हो गया है।
- अब आपके मोबाइल में ज्यादा से ज्यादा टास्क को एक साथ कर सकते हैं।
- आप मोबाइल में कोई भी है भारी भरकम काम आसानी से कर सकते हैं।
- अब आप अपने मोबाइल में 4K वीडियोस भी आसानी से देख सकते हैं बिना किसी रूकावट के।
- आप लगभग 50 से 100 जीबी तक के गेम भी आसानी से खेल सकते हो।
इसके नुक्सान
आपको वर्चुअल रेम से कोई ज्यादा नुकसान तो नहीं होगा लेकिन एक छोटी सी बात है जो आपको जानना जरूरी है वह यह कि आपके मोबाइल में जितनी भी रैम बढ़ेगी वह आपके सेकेंडरी स्टोरेज डिवाइस से या सीधे शब्दों में कहे तो यह वर्चुअल रैम आपके मोबाइल की रोम से उतनी स्पेस वर्चुअल रैम के लिए दे देंगे जिससे कि रोम के साइज में कटौती होगी।
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